सुरक्षा की दृष्टि से ‘विशाखा गाइडलाइंस’ के बारे में ये बातें हर प्रोफेशनल को जाननी चाहिए
व्यक्ति कि चैट करने कि सही जगह पता लगाएं (How To Track) और (Trace The Location) of any person on the वेब,फेसबुक एंड व्हाट्सप्प
अपने सपनों, आदतों को Automatic Continuous Revision Technique से जोड़िये,
यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर पहले ही कानूनी लड़ाई लड़ रहे टेरी (TEARI द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीच्यूट) के वर्तमान कार्यकारी उपाध्यक्ष आर. के. पचौरी के लिए संकट और बढ़ गया है. टेरी की एक अन्य पूर्व कर्मचारी ने बुधवार को सरेआम यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए और कार्यकारी उपाध्यक्ष के तौर पर उनकी ताजा नियुक्ति को रोकने की मांग की. महिला साल 2003 में टेरी में शामिल हुई थी और उस वक्त पचौरी महानिदेशक थे.
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आइए जानते हैं विशाखा गाइडलाइंस के बारे में:
विशाखा दिशा-निर्देश मूलतः सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कार्यस्थल पर महिलाओं के खिलाफ होने वाले यौन शोषण को रोकने संबंधी प्रावधान हैं. वर्ष 1997 में राजस्थान सरकार के एक कल्याणकारी कार्यक्रम में काम करने वाली भंवरी देवी ने जब बाल विवाह का विरोध किया तो उनकी आवाज़ दबाने के लिए एक समुदाय ने उनका सामूहिक बलात्कार किया था. इस मामले पर फैसला सुनाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी व गैर-सरकारी संस्थानों में यौन उत्पीड़न के अपराधों से निपटने के लिए (विशाखा गाइडलाइंस) दिशा-निर्देश जारी किए थे. विशाखा गाइडलाइंस में सुप्रीम कोर्ट ने जो कहा था, उसे पढ़ें:
व्यक्ति कि चैट करने कि सही जगह पता लगाएं (How To Track) और (Trace The Location) of any person on the वेब,फेसबुक एंड व्हाट्सप्प
अपने सपनों, आदतों को Automatic Continuous Revision Technique से जोड़िये,
ऐसा कितनी बार देखने में आता है कि किसी महिला ने अपने ऑफिस में हो रहे यौन शोषण के खिलाफ़ आवाज़ उठाई हो? लेकिन महिलाओं को यह समझना होगा कि अगर गलत व्यवहार या शोषण को शुरू होते ही रोक दिया जाए, तो वो रुक जाएगा. इससे बाकी लोगों को भी एक संदेश मिलेगा कि उन्हें गलत व्यवहार सहन नहीं करना चाहिए. इसलिए अपने अधिकारों को समझें और यौन शोषण को सहन करते रहने के बजाय अपनी आवाज़ उठाएं.
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