5 . बिज़नेस की गतिविधियों का निर्वाह या मैनजमेंट
अब एक और मुख्य एवं महत्तवपूर्ण निर्णय यह है की क्या आप क्रय - विक्रय किये जाने वाले सामानो का inventory स्वयं करेंगें या इस प्रकार की गतिविधि Outsource से करेंगे या (drop shipping arrangements with your suppliers.)ड्राप शिपिंग का यहाँ मतलब है की अपने अपनी सेलिंग वेब स्टोर पर उत्पाद को लिस्ट कर दिया या बेचने के लिए customer को ऑफर दे दी , अब जब आप इस उत्पाद का आर्डर प्राप्त करतें हैं तो ,आप सीधे सप्लायर को बतातें हैं कि ,कस्टमर को उत्पाद कहाँ,कितना भेजना हैं , इसमे
ग्राहक आपसे ही वस्तु खरीद रहा है और मूल्य भी आपको ही दे रहा है , ग्राहक को यह महसूस होता है वह खरीद फरोख्त सिर्फ आपसे ही कर रहा है , दूसरा अन्य इसमे शामिल नहीं है , एवं आप बाद में वस्तु के उत्पादक को अपनी टर्म के अनुसार भुगतान निकट भविष्य में कर देंगें
ड्राप शिपिंग के बारे में हम विस्तार से अलग पोस्ट में करेंगे उसमे आपको इससे सम्बंधित पूर्ण जानकारी दी जायेगी
अगर आपके पास ऐसी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है, जिस पर आप भरोसा कर सकें और आपके बिज़नेस के मूल्यों पर खरा उतरे तो आप को ड्राप शिपिंग की जगह खुद ही इन्वेंटरी मैनजमेंट करना चाहिए
6. (वित्तीय प्रबंधन ) Finance and Administration
दूसरे व्यावसायिक गतिविधियों की तरह आपको यह निश्चित करना होगा की आप अपने इ कॉमर्स व्यवसाय का वित्तीय प्रबंधन आपको सवयं करना होगा या यह वित्तीय प्रबंधन की गतिविधि कही बाहर से करवानी है या कुछ भाग सवयम् सपने यही और कुछ बाहर की संस्थाओं से करवायेंगे .यदि आपका इ कॉमर्स व्यवसाय की वेब साइट या उसे किये जाने वाला सॉफ्टवेयर में एकाउंटिंग सिस्टम भी है , तो आप को कुछ ही अकाउंटेंट (बुक कीपर ) की जरूरत होगी यदि आपका एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर आपकी इ कॉमर्स वेब साइट से इंटीग्रेटेड नहीं है है, यानि आर्डर मैनजमेंट और एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर अलग अलग है , तो आपको कुछ डेटा एंट्री के लिए ज्यादा स्टाफ एवं मेहनत करनी होगी की डेटा सही फीड हो रहा है या नहीं , एकाउंटिंग सिस्टम सही इनफार्मेशन दे रहा है या नहीं
ज्यादातर इ कॉमर्स कंपनी इन सारे जनजाटों में न पड़कर पै रोल,वेंडर पेमेंट और दूसरी आधारभूत एकाउंटिंग गतिविधिया बाहर से मैनेज करवाती हैं और अपना पूरा धयान सेल्स ,मार्केटिंग और ग्राहकों
की सर्विस पर ही पूर्णतया ध्यान देती हैं , इस प्रकार आप भी कर सकतें हैं एवं अपना पूरा ध्यान अपने इ कॉमर्स व्यवसाय की आंतरिक गतिविधियों की जगह व्यवसाय को बढ़ाने में लगा सकते हैं
Out-Source-Good-or-Bad
7. Human Resources
बहुत बार छोटे और मध्यम व्यवसाई मानव प्रबंधन के फंक्शन्स जैसे (नई नौकरी का सृज्जन ,विज्ञापन , साक्षात्कार , मजदूर मैनेजमेंट , मुआवजा , संस्थागत नियमो की अनुपालना करवाना ) में कोई रूचि नहीं रखतें हैं, हालाँकि मानव प्रबंधन के कार्य को करने में काफी समय खर्च होता है,लेकिन कई मायनों में यह विभाग आपके व्यवसाय को उसके उद्देश्यों तक पहुचने में अच्छी भूमिक
निभाता है ! इसके लिए यह आपको निर्णय करना है की मानव प्रबंधन आप सवयम् करेंगे या
बाहरी HR activities की agencies की सहायता लेंगे
निष्कर्ष (Conclusion) :-
जब भी आप अपने व्यवसाय के बुनियादी ढांचे के लिए प्लान करतें है , इन निर्णयों के दूरगामी परिणाम पडतें है .
आप सारे निर्णय करने से पहले यह निश्चित हो जाएँ कि बताये गए प्रत्येक बिंदु या आपके बिज़नेस का इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह से आपके टार्गेटेड मार्किट और आपके व्यवसाय कि विश्वनीयता बढ़ाये .
और इस बात में पूरी सावधानी बरतनी चाहिए कि अपने व्यवसाय के किसी एक घटक को लेकर ही अपनी प्रतिबद्धता ज्यादा नहीं दिखानी चाहिए चाहे वो आपकी कंपनी का मानव संसाधन विभाग हो या इन्वेस्टमेंट ! इस बात को भी ध्यान रखें कि अपने बिज़नेस में होने वाले लाभ के आधार पर , आवश्यकता अनुसार बड़ी आसानी से बिज़नेस कि सुविधाएं विकसित की जा सकती है , जैसे किराये पर या नए स्टाफ को बढाकर ! बस आवश्यकता सिर्फ सही निर्णय और बिज़नेस की सही जरूरत को समजने की .
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