हुम्म हेलो एवेरी
one हिंगलिश नोट्स टॉक about व्हाट टाइप ऑफ़
outsourcing is good or bad फॉर कम्पनीज
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वीडियो you can provide your feedback विथ
good reason
now let's begin with our Chris discussion
आउट सोर्सिंग क्या है
, सामान्यतया आउटसोर्सिंग अपनी आर्गेनाइजेशन
की बिज़नेस गतिविधियों
के लिए आर्गेनाइजेशन के बाहर
के संसाधनो का
उपयोग करना या सहायता
लेना है ,बहुत
सारी कम्पनीज अपनी बिज़नेस
गतिविधियों के
लिए आउटसोर्स कराती
है जैसे एप्पल
,माइक्रोसॉफ्ट,नाइके ,एच पि और
दूसरी बहुत सी,
ओर्गनिज़ेशन्स
सामान्यतः आउटसोर्स के लिए ऐसी
जगह चुनती है
जहा मजदूरी कम
लगती हो ,
जैसे चाइना , भारत,फिलीपींस ये
लोकेशंस बड़ी कंपनीज़
के लिए मोस्ट
टार्गेटेड आउटसोर्सिंग एरियाज हैं
,
यहाँ उदहारण के लिए ए
बी सी एक
ग्लोबल ,आउट
सौर्सेसिंग कम्पनी है , जो
भारत में सेल्स , सर्विस और
सपोर्ट की आउटसोर्सिंग करती
है ,और यह
माइक्रोसॉफ्ट गूगल एच पि से पार्टनरशिप
रखती है
अब समजतें है की
यह abc कंपनी
काम कैसे करती
है .
उदहारण के लिए
माइक्रोसॉफ्ट ,
माइक्रोसॉफ्ट
के लिए ABc कंपनी सेल्स repersentitives
को hire hire करने का
कम करती है
इसमे ABc सिर्फ ह्यूमन रिसोर्सेज
गैप को पूरा
करने का ही
काम
नहीं करती है
साथ ही साथ
एम्प्लाइज का सैलरी
पैकेज और उनके
बेनिफिट का भी
प्रबंधन करती है
इसके एवज में
माइक्रोसॉफ्ट ABC से हाई
सेल्स की अपेक्षा
रखता है ,
इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट
इन सब के
लिए बहुत सी
समश्याओं सी जुन्ज
रहा था
सबसे पहले समय
, क्योंकि कोई
भी एक समय
में सारे काम
नहीं कर सकता
है ,
दूसरा मनी अच्छे
एम्प्लोयी तलाशने में काफी
समय और रिसोर्सेज
और पैसा लगता
है
ऑउटसोर्सेसिंग
से कॉस्ट reduce हुई
तीसरा अब
माइक्रोसॉफ्ट और ज्यादा
इम्पोर्टेन्ट चीज़ों पर फोकस
कर सकती है
अंतिम कारन है
की ABC कंपनी
सही स्किल्स को
ढूंढने में एक्सपर्ट
है
यह सब देखने
सुनाने में तो
अच्छा लग रहा
है ,
आउट सोर्सिंग हमेशा सही
हो यह जरूरी नहीं
है ,
क्लाइंट को
कॉस्ट और टाइम में
लाभ होता है
और आउटसोर्सिंग कंपनीज़
अपना पैसा बनातीं
है , दोनों को
लाभ होता है
क्योंकि कम सैलरी
में काम करने
के लिए एम्प्लोयी
मिल जाते है
अब हम अगले के
डिस्कशन पर आते
है , एम्प्लाइज
यहां एक
कॉमन प्रॉब्लम है
आउट सोर्सिंग कम्पनीज कम
सैलरी में एम्प्लोयी
रखती हैं और
और उन्हें कम
लाभ देते हुए
ज्यादा फायदा करने
की सोचती है
,इससे प्रॉब्लम यह
होती है की
कंपनी
कम वेतन
पर unqualified मैनेजर्स
को रखती
है
अगर ABC को
एक अचछी आउटसोर्सिंग
कंपनी बनना है
तो इसे अपने
एम्प्लोयी की
रेस्पोंसिबिलिटी को दो
भागों में बांटना
होगा
एम्प्लोयी अपनी स्वयं
की आउटसोर्सिंग कंपनी
के लिए रेस्पोंसिबल हो और
क्लाइंट के लिए
भी हो , इसके
लिए एम्प्लोयी को
अच्छा बेनिफिट दिया
जाये जिससे एम्प्लोयी
SATISFY और
प्रसन्ता
से अपने दिए
हुए काम को
पूरा कर सकेगा
लेकिन वास्तव में ऐसा
होता नहीं है
रेस्पोंसिबिलिटी के अनुसार
सैलरी नहीं बढ़ती
है
इसके लिए ABC कंपनी को
रेसौर्से मैनेजर्स रिक्रूट करने
होंगे जो समाज
सके की आउटसोर्सिंग
कंपनी
को क्या पॉलिसीस
सेट करनी है
और क्या स्ट्रटेजिस
इम्प्लीमेंट करनी है
जो इसके क्लाइंट
के
परिपेक्ष्य
में फायदेमंद हो
यानि की क्लाइंट
आउटसोर्स पर ट्रस्ट
करें और एम्प्लोयी
भी कंपनी के
लिए लाभप्रद रहे
इसके लिए तीन
recomandations है
नंबर एक टास्क
के प्रोग्रेस में
क्लाइंट ज्यादा से ज्यादा इनवॉल्व हो
इससे क्लाइंट ट्रस्ट
बढ़ेगा और क्लाइंट
टारगेट के अचीवमेंट
को मॉनिटर कर
सकेगा
नंबर दो
आउटसोर्सिंग कम्पनीज में कम्युनिकेशंस
की भरी प्रॉब्लम
रहती कंपनी के
आउंदेर भ और
बाहर भी इसके
लिए managment और
काम करने वालों
के बीच टू वे
कम्युनिकेशन होना
चाहिए
तीसरा :- एम्प्लाइज के सैलरी और बेनिफिट
इश्यूज को ज्यादा
ध्यान में रखा
जाना चाहिए कब
और कैसे उसे
अच्छे काम के
लिए बोनस मिलाना
है
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