Hinglish Notes: Out source Good Or bad

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Sunday, March 20, 2016

Out source Good Or bad




हुम्म हेलो एवेरी one हिंगलिश नोट्स टॉक  about व्हाट टाइप ऑफ़ outsourcing is  good or bad फॉर कम्पनीज
I hope at the end ऑफ़ वीडियो  you can provide your feedback  विथ good reason

now let's begin with our Chris discussion 

आउट सोर्सिंग क्या है , सामान्यतया आउटसोर्सिंग अपनी आर्गेनाइजेशन की बिज़नेस गतिविधियों के लिए  आर्गेनाइजेशन के बाहर के संसाधनो का उपयोग करना या  सहायता लेना है ,बहुत सारी कम्पनीज अपनी  बिज़नेस गतिविधियों  के लिए आउटसोर्स कराती है जैसे एप्पल ,माइक्रोसॉफ्ट,नाइके ,एच पि  और दूसरी बहुत सी,

ओर्गनिज़ेशन्स सामान्यतः आउटसोर्स के लिए  ऐसी जगह चुनती है जहा मजदूरी कम लगती हो ,
जैसे चाइना , भारत,फिलीपींस  ये लोकेशंस बड़ी कंपनीज़ के लिए मोस्ट टार्गेटेड आउटसोर्सिंग एरियाज हैं ,
यहाँ उदहारण के लिए   बी सी एक ग्लोबल  ,आउट सौर्सेसिंग  कम्पनी  है  , जो भारत में   सेल्स , सर्विस और सपोर्ट की आउटसोर्सिंग  करती है ,और यह माइक्रोसॉफ्ट गूगल एच  पि  से  पार्टनरशिप रखती  है

अब समजतें है की यह abc  कंपनी काम कैसे करती है .

उदहारण के लिए माइक्रोसॉफ्ट ,
माइक्रोसॉफ्ट के लिए ABc  कंपनी सेल्स repersentitives  को hire   hire  करने का कम करती है इसमे ABc सिर्फ ह्यूमन रिसोर्सेज गैप को पूरा करने का  ही  काम
नहीं करती है साथ ही साथ एम्प्लाइज का सैलरी पैकेज और उनके बेनिफिट का भी प्रबंधन करती है
इसके एवज में माइक्रोसॉफ्ट ABC से हाई सेल्स की अपेक्षा रखता है ,

इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट इन सब के लिए बहुत सी समश्याओं सी जुन्ज रहा था
सबसे पहले समय , क्योंकि  कोई भी एक समय में सारे काम नहीं कर सकता है ,
दूसरा मनी अच्छे एम्प्लोयी तलाशने में काफी समय और रिसोर्सेज और पैसा लगता है
ऑउटसोर्सेसिंग से कॉस्ट reduce हुई
तीसरा   अब माइक्रोसॉफ्ट और ज्यादा इम्पोर्टेन्ट चीज़ों पर फोकस कर सकती है

अंतिम कारन है की ABC  कंपनी सही स्किल्स को ढूंढने में   एक्सपर्ट है

यह सब देखने सुनाने में तो अच्छा लग रहा है ,
आउट सोर्सिंग हमेशा सही हो यह जरूरी  नहीं है ,
क्लाइंट को  कॉस्ट और टाइम  में लाभ होता है और आउटसोर्सिंग कंपनीज़
अपना पैसा बनातीं है , दोनों को लाभ होता है
क्योंकि कम सैलरी में काम करने के लिए एम्प्लोयी मिल जाते है

अब हम अगले  के डिस्कशन पर आते है , एम्प्लाइज
  यहां एक कॉमन प्रॉब्लम है आउट सोर्सिंग कम्पनीज  कम सैलरी में एम्प्लोयी रखती हैं और और उन्हें कम लाभ देते हुए ज्यादा फायदा  करने की सोचती है ,इससे प्रॉब्लम यह होती है की कंपनी  
कम  वेतन पर unqualified  मैनेजर्स को  रखती है

अगर ABC को  एक अचछी आउटसोर्सिंग कंपनी बनना है तो इसे अपने एम्प्लोयी की  रेस्पोंसिबिलिटी को दो भागों में बांटना होगा
एम्प्लोयी अपनी स्वयं की आउटसोर्सिंग कंपनी के लिए  रेस्पोंसिबल हो और क्लाइंट के लिए भी हो , इसके लिए एम्प्लोयी को अच्छा बेनिफिट दिया जाये जिससे एम्प्लोयी SATISFY  और प्रसन्ता
से अपने दिए हुए काम को पूरा कर सकेगा 
लेकिन वास्तव में ऐसा होता नहीं है रेस्पोंसिबिलिटी के अनुसार सैलरी नहीं बढ़ती है
इसके लिए ABC कंपनी को रेसौर्से मैनेजर्स रिक्रूट करने होंगे जो समाज सके की आउटसोर्सिंग कंपनी
को क्या पॉलिसीस सेट करनी है और क्या स्ट्रटेजिस इम्प्लीमेंट करनी है जो इसके क्लाइंट के
परिपेक्ष्य में फायदेमंद हो
यानि की क्लाइंट आउटसोर्स पर ट्रस्ट करें और एम्प्लोयी भी कंपनी के लिए लाभप्रद रहे
इसके लिए तीन recomandations  है 
नंबर  एक  टास्क के प्रोग्रेस में क्लाइंट ज्यादा से  ज्यादा इनवॉल्व हो इससे क्लाइंट ट्रस्ट बढ़ेगा और क्लाइंट टारगेट के अचीवमेंट को मॉनिटर कर सकेगा

नंबर दो  आउटसोर्सिंग कम्पनीज में कम्युनिकेशंस की भरी प्रॉब्लम रहती कंपनी के आउंदेर और बाहर भी इसके लिए managment  और काम करने वालों के बीच  टू वे कम्युनिकेशन   होना चाहिए

तीसरा :- एम्प्लाइज के  सैलरी और बेनिफिट इश्यूज को ज्यादा ध्यान में रखा जाना चाहिए कब और कैसे उसे अच्छे काम के लिए बोनस मिलाना है

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